इन कहानियों के लेखक कोट्टारत्तिल शंकुण्णि का एक और चित्र यहां दे रहा हूं। यह मुझे केरल पुराण के नियमित पाठक श्री पी एन सुब्रमण्यन द्वारा बताए गए एक अन्य ब्लोग से प्राप्त हुआ है। वहीं से मूल मलयालम ग्रंथ के आवरण पृष्ठ का चित्र भी मिला। दोनों को यहां दे रहा हूं। मलयालम ग्रंथ को डीसी बुक्स ने प्रकाशित किया है। यदि आपको मलयालम आती हो, तो इसे ओनलाइन ही उनके जाल स्थल से खरीद सकते हैं।
कोट्टारत्तिल शंकुण्णि (1855 - 1937)। इनका असली नाम वासुदेवन उण्णी था। कोट्टरत्तिल शंकुण्णि उनका कलम नाम था।
मूल मलयालम ग्रंथ का आवरण पृष्ठ।
20 मई, 2009
ऐदीह्यमाला से संबंधित कुछ और चित्र और रोचक जानकारियां
लेबल: ग्रंथकर्ता का चित्र
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2 Comments:
प्रसन्नता हुई. आभार.
श्रीमान अगर मलयालम आती तो आपके हिन्दी वाले ब्लॉग पर केरल पुराण क्यों पढ़ रहे होते। :) अब आप ही की जिम्मेदारी है कि केरल के अमूल्य साहित्य से हमारा परिचय कराते रहें।
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